नेट परीक्षा क्या होती है ?
नेट राष्ट्रीय स्तर की पात्रता परीक्षा है। यह परीक्षा महाविद्यालय और विश्वविद्यालय में शिक्षक/प्रोफेसर बनने की पात्रता प्रदान करती है। इस एग्जाम का आयोजन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) वर्ष में दो बार छह महीने के अंतराल में करता है। नेट एग्जाम ऑनलाइन कंप्यूटर आधारित टेस्ट (CBT) होता है। नेट एग्जाम का पूरा नाम यूजीसी नेट होता है। नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट के द्वारा विश्वविद्यालय एवं महविद्यालय के शिक्षकों की नियुक्ति होती है। सरकारी या प्राइवेट किसी भी कॉलेज में शिक्षक बनने के लिए नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट उत्तीर्ण करना पड़ता है।
योग्यता:
उम्मीदवार किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से कम से कम 55% अंकों में पोस्ट ग्रेजुएशन उत्तीर्ण होना चाहिए । पोस्ट ग्रेजुएशन के अंतिम वर्ष में अध्ययनरत छात्र भी नेट एग्जाम के योग्य है । जो अभ्यर्थी मास्टर डिग्री की परीक्षा दिए है और रिजल्ट के इंतजार में हैं. वह उम्मीदवार भी नेट एग्जाम , अप्लाई कर सकते है।
आयु सीमा
व्याख्याता (लेक्चररशिप) के लिए किसी भी प्रकार की आयु सीमा नहीं रखी गई है, जेआरएफ के लिए सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए अधिकतम आयु 30 वर्ष निर्धारित कर दी गयी है। अन्य वर्ग के अभ्यर्थियों को आरक्षण नीति के तहत आयुसीमा में रियायत दी जाती है।
फीस
सामान्य वर्ग के उम्मीदवार के लिए 1000 रूपये फीस होता है बाकी कटेगरी के अनुसार 500 और 250 होती हैं
नेट एग्जाम पास करने के बाद क्या करें?
नेट एग्जाम पास करने के बाद आप किसी प्राइवे ट कॉलेज में प्रोफ़ेसर या लेक्चरर के लिए आवेदन कर सकते हैं या सरकारी कॉलेज प्रोफेसर भर्ती के लिए आवेदन कर सकते हैं या नेट एग्जाम उत्तीर्ण करने के बाद पीएचडी करके आगे की पढाई जारी रख सकते हैं।
नेट एग्जाम में दो पेपर होता है। प्रथम प्रश्न पत्र में General Aptitude और द्वितीय प्रश्न पत्र में चयनित विषय होता है।
एग्जाम का पैटर्न क्या है
प्रथम प्रश्न पत्र में कुल 50 प्रश्न होता है और द्वितीय प्रश्न पत्र में कुल 100 प्रश्न होता है. दोनों पेपर के प्रत्येक प्रश्न के लिए 2 अंक निर्धारित होता है, कुल 300 अंकों का नेट एग्जाम होता है. पेपर । को हल करने के लिए 1 घंटे और पेपर II के लिए 2घंटे का समय निर्धारित होता है।
सभी प्रश्न वस्तुनिष्ठ होते है. इस एग्जाम में नेगेटिव मार्किंग नहीं होता है। इसलिए आप सभी प्रश्नों को हल करने का प्रयास करें।
राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा हिंदी और अंग्रजी दोनों माध्यम में होता है। फॉर्म भरते समय हिंदी या अंग्रेजी माध्यम का चयन करना होता है जिस माध्यम का चयन करेंगे, उसी माध्यम में एग्जाम देना होगा।
नेट राष्ट्रीय स्तर की पात्रता परीक्षा है। इस एग्जाम के द्वारा कॉलेज प्रोफेसर का नियुक्ति होता है। नेट परीक्षा का आयोजन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी करता है। यह परीक्षा कंप्यूटर आधारित ऑनलाइन टेस्ट होता है। इस एग्जाम का आयोजन एनटीए वर्ष में दो बार करता है। सरकारी या प्राइवेट किसी भी कॉलेज में प्रोफेसर के लिए नेट एग्जाम क्वालीफाई करना होता है।
परीक्षा योजना
नेट में दो पाली में कुल दो पेपरों की परीक्षा आयोजित की जाती है। प्रथम पेपर सामान्य समझ बोध पर आधारित क्वालिफाइंग नेचर का होता है। प्रथम पेपर में कुल 100 अंकों के 50 वैकल्पिक प्रश्न पूछे जाते हैं जाते हैं। इसके लिए 1 घंटे का समय दिया जाता है। इसमें टीचिंग एप्टीट्यूड तथा जनरल अवेयरनेस से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं। क्वालिफाई करने वाले अभ्यर्थियों के ही मेरिट लिस्ट निर्धारित करने वाले अन्य एक पेपर जांचा जाता हैं। यूजीसी ने क्वालिफाइंग पेपर में 40 प्रतिशत अंकों की प्राप्ति की अनिवार्यता तय की है। दूसरा पेपर भी वस्तुनिष्ठ प्रकार का होता है। इसमें विषय से संबोधित कुल 200 अंको के 100 पप्रश्न पूछे जाते हैं । इसके लिए अभ्यर्थियों को कुल 2 घंटे का समय दिया जाता है।
पेपर की भाषा :
यूजीसी नेट के पेपर सिर्फ दो भाषाओं हिंदी और इंग्लिश में होते हैं। कैंडिडेट्स को भाषा का विकल्प फॉर्म भरते समय चुनना होता है।
परीक्षा का नोटिफिकेशन आधिकारिक वेबसाइट पर मार्च और सितम्बर में जारी किया जाता है। इस परीक्षा में 2 प्रश्न पत्र होते है। पहले प्रश्न पत्र में 50 प्रश्न होते हैं, प्रत्येक प्रश्न के लिए दो अंक निर्धारित होते है अर्थात यह पेपर 100 अंक का होता है। दूसरे प्रश्न पत्र में 100 प्रश्न पूछे जाते है और यह प्रश्न पत्र 200 अंकों का होता है। इन प्रश्न पत्रों में पूछे जाने वाले प्रश्न वस्तुनिष्ठ होते है। इन दोनों प्रश्न पत्रों का समय 3 घंटे निर्धारित होता है।
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